खेती करने वालों के लिए गाजर घास (Carrot Grass) एक बड़ी मुसीबत बन चुकी है। ये न सिर्फ फसल को नुकसान पहुँचाती है, बल्कि इंसानों और जानवरों के लिए भी ज़हरीली होती है। लाख बार खेत को जोत लो, खरपतवार नाशक छिड़क लो, पर ये घास फिर भी लौट आती है। अब इसका देसी इलाज मिल गया है – गेंदा फूल।
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गाजर घास के नुक़सान
गाजर घास हरे रंग की होती है, जिसमें सफेद फूल लगते हैं। यह इतनी तेज़ी से फैलती है कि खेत की ज़मीन को बंजर बना देती है। इसके ज़हरीले तत्व इंसानों में एलर्जी, अस्थमा, खुजली और एक्ज़िमा जैसी बीमारियाँ फैला सकते हैं। जानवर अगर इसे खा लें तो उनके दूध का स्वाद बिगड़ जाता है और उनकी तबीयत भी खराब हो सकती है।
गेंदा फूल: देसी इलाज, असरदार नुस्खा
अब बात करते हैं इलाज की। कृषि विभाग के जानकारों के मुताबिक गेंदा फूल (Marigold) एक ऐसा पौधा है जिसमें नैचुरल कैमिकल्स पाए जाते हैं, जो गाजर घास को पनपने नहीं देते। गेंदा फूल की जड़ें ऐसे तत्व छोड़ती हैं जो गाजर घास की जड़ों को नुकसान पहुँचाते हैं और उसकी बढ़त रोकते हैं।
गेंदा फूल के अन्य फ़ायदे
- यह फूल देखने में सुंदर होता है और इसकी खुशबू भी अच्छी होती है।
- इसे पूजा-पाठ और त्योहारों में भी इस्तेमाल किया जाता है।
- इसकी पत्तियों और फूलों का प्रयोग आयुर्वेदिक दवाओं में भी होता है।
- यह खेत में आने वाले अन्य खरपतवारों को भी रोकता है।
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कैसे करें इस्तेमाल?
खेती से पहले खेत की मेढ़ या किनारे गेंदा फूल लगा दें। इससे न सिर्फ गाजर घास कम होगी, बल्कि खेत की सुंदरता भी बढ़ेगी। फूल तोड़कर बाजार में बेच सकते हैं, जिससे कुछ आमदनी भी हो जाएगी।