होम किसानों के अनुभव कृषि यंत्र कृषि योजनाएं खेती किसानी पंचायत की योजनाएं पशुधन
मेन्यू
Jagatgaon Logo
Home Videos Web Stories
E Paper
पंचायत की योजनाएं खेती किसानी कृषि योजनाएं कृषि यंत्र किसानों के अनुभव पशुधन मप्र/छत्तीसगढ़ वैज्ञानिकों के विचार सक्सेस स्टोरी लाइफस्टाइल

एसबीआई किसानों को जमीन खरीदने के लिए लोन देगी, जानिए पूरी प्रक्रिया

भोपाल, भारत में जैविक खेती का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में भूमिहीन किसानों की मदद करने के लिए सबसे बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) आगे आई है। जी हां, अब छोटे स्तर और भूमिहीन किसान भी बहुत आसानी से खेती कर सकेंगे, क्योंकि एसबीआई किसानों को जमीन खरीदने के लिए लोन देगी। 

उठा सकते हैं खास स्कीम का लाभ
अगर आप भी खेती करना चाहते हैं और आपके पास कम जमीन है या फिर जमीन नहीं है, तो आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक बहुत ही खास स्कीम का लाभ उठा सकते हैं, जिसका नाम लैंड परचेज स्कीम (LPS) है। इस इस स्कीम के जरिए आसानी से खेती कर सकते हैं। तो आइए आपको इस स्कीम के बारे में विस्तार से बातते हैं।

85% तक लोन दे रही एसबीआई 
एसबीआई खेती की जमीन खरीदने के लिए 85% तक लोन दे रही है। इसमें लोन की राशि वापसी की अवधि 1 से 2 साल में शुरू होगी। यॉइस लोन को चुकाने के लिए 7 से 10 साल का समय मिल सकता है।

योजना का उद्देश्य? 
एसबीआई की लैँड परचेज स्कीम का मुख्य उद्देश्य यह है कि छोटे और सीमांत किसानों को खेती करने वाली जमीन खरीदने में मदद मिल सके। खास बात यह है कि खेती करने वाले ऐसे लोग भी लैंड परचेज स्कीम के तहत लोन लेकर जमीन खरीद सकते हैं, जिनके पास पहले से खेती के लिए कृषियोग्य जमीन नहीं है।

5 एकड़ से कम असिंचित जमीन वाले योजना के लिए पात्र
ऐसे छोटे और सीमांत किसान आवेदन कर सकते हैं, जिनके पास 5 एकड़ से कम असिंचित जमीन है। अगर किसी किसान के पास 2।5 एकड़ से कम सिंचित जमीन है, तो वह भी लोन लेकर खेती की जमीन खरीद सकता है। खेती का काम करने वाले भूमिहीन मजदूर भी लैंड परचेज स्कीम के तहत जमीन खरीदने के लिए लोन ले सकते हैं।  

आवेदक पर किसी और बैंक का लोन बकाया नहीं होना चाहिए
लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति का कम से कम 2 साल का लोन रीपेमेंट का रिकॉर्ड होना चाहिए। एसबीआई कृषि भूमि खरीदने के लिए दूसरे बैंक से लिए गए लोन के ग्राहकों के आवेदन पर भी विचार कर सकता है। आवेदक पर किसी और बैंक का लोन बकाया नहीं होना चाहिए।

कुल कीमत का 85 प्रतिशत तक लोन लिया जा सकता है
आपको बता दें कि इस स्कीम के तहत लोन के आवेदन पर बैंक द्वारा जमीन की कीमत का आंकलन किया जाएगा। इसके बाद कृषि भूमि की कुल कीमत का 85 प्रतिशत तक लोन लिया जा सकता है। इसके साथ ही लोन लेकर खरीदी जाने वाली कृषि भूमि लोन की राशि वापस करने तक बैंक के पास बंधक रहेगी। जब आप लोन की राशि का रीपमेंट कर देंगे, तो उस जमीन को बैंक द्वारा मुक्त कर दिया जाएगा।

1 से 2 साल का फ्री समय मिलता है
इस स्कीम के तहत लोन लेने पर 1 से 2 साल का फ्री समय मिलता है। बता दें कि अगर जमीन को खेती के हिसाब से सही करना है, तो बेंक द्वारा 2 साल का समय मिलता है और अगर पहले से ही विकसित भूमि है, तो उसके लिए 1 एक साल का फ्री पीरियड मिलता है।

9-10 साल में रीपेमेंट कर सकता है
इसके अलावा समय पूरा होने पर छमाही किस्त के जरिए लैंड परचेज स्कीम के तहत लिए गए लोन का रीपेमेंट करना पड़ता है। बता दें कि लोन लेने वाला व्यक्ति 9-10 साल में रीपेमेंट कर सकता है।

स्कीम के कुछ अन्य फीचर्स
खरीदी जाने वाली जमीन लोन चुकता होने तक बैंक के पास गिरवीं होगी।
सिंचाई सुविधा और भूमि विकास का प्रावधान (भूमि लागत के 50% से अधिक नहीं होगा।)
फार्म इक्विपमेंट्स की खरीद
रजिस्ट्रेशन चार्जेस व स्टांप ड्यूटी

एसबीआई किसानों को जमीन खरीदने के लिए लोन देगी, जानिए पूरी प्रक्रिया

भोपाल, भारत में जैविक खेती का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में भूमिहीन किसानों की मदद करने के लिए सबसे बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) आगे आई है। जी हां, अब छोटे स्तर और भूमिहीन किसान भी बहुत आसानी से खेती कर सकेंगे, क्योंकि एसबीआई किसानों को जमीन खरीदने के लिए लोन देगी। 

उठा सकते हैं खास स्कीम का लाभ
अगर आप भी खेती करना चाहते हैं और आपके पास कम जमीन है या फिर जमीन नहीं है, तो आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक बहुत ही खास स्कीम का लाभ उठा सकते हैं, जिसका नाम लैंड परचेज स्कीम (LPS) है। इस इस स्कीम के जरिए आसानी से खेती कर सकते हैं। तो आइए आपको इस स्कीम के बारे में विस्तार से बातते हैं।

85% तक लोन दे रही एसबीआई 
एसबीआई खेती की जमीन खरीदने के लिए 85% तक लोन दे रही है। इसमें लोन की राशि वापसी की अवधि 1 से 2 साल में शुरू होगी। यॉइस लोन को चुकाने के लिए 7 से 10 साल का समय मिल सकता है।

योजना का उद्देश्य? 
एसबीआई की लैँड परचेज स्कीम का मुख्य उद्देश्य यह है कि छोटे और सीमांत किसानों को खेती करने वाली जमीन खरीदने में मदद मिल सके। खास बात यह है कि खेती करने वाले ऐसे लोग भी लैंड परचेज स्कीम के तहत लोन लेकर जमीन खरीद सकते हैं, जिनके पास पहले से खेती के लिए कृषियोग्य जमीन नहीं है।

5 एकड़ से कम असिंचित जमीन वाले योजना के लिए पात्र
ऐसे छोटे और सीमांत किसान आवेदन कर सकते हैं, जिनके पास 5 एकड़ से कम असिंचित जमीन है। अगर किसी किसान के पास 2।5 एकड़ से कम सिंचित जमीन है, तो वह भी लोन लेकर खेती की जमीन खरीद सकता है। खेती का काम करने वाले भूमिहीन मजदूर भी लैंड परचेज स्कीम के तहत जमीन खरीदने के लिए लोन ले सकते हैं।  

आवेदक पर किसी और बैंक का लोन बकाया नहीं होना चाहिए
लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति का कम से कम 2 साल का लोन रीपेमेंट का रिकॉर्ड होना चाहिए। एसबीआई कृषि भूमि खरीदने के लिए दूसरे बैंक से लिए गए लोन के ग्राहकों के आवेदन पर भी विचार कर सकता है। आवेदक पर किसी और बैंक का लोन बकाया नहीं होना चाहिए।

कुल कीमत का 85 प्रतिशत तक लोन लिया जा सकता है
आपको बता दें कि इस स्कीम के तहत लोन के आवेदन पर बैंक द्वारा जमीन की कीमत का आंकलन किया जाएगा। इसके बाद कृषि भूमि की कुल कीमत का 85 प्रतिशत तक लोन लिया जा सकता है। इसके साथ ही लोन लेकर खरीदी जाने वाली कृषि भूमि लोन की राशि वापस करने तक बैंक के पास बंधक रहेगी। जब आप लोन की राशि का रीपमेंट कर देंगे, तो उस जमीन को बैंक द्वारा मुक्त कर दिया जाएगा।

1 से 2 साल का फ्री समय मिलता है
इस स्कीम के तहत लोन लेने पर 1 से 2 साल का फ्री समय मिलता है। बता दें कि अगर जमीन को खेती के हिसाब से सही करना है, तो बेंक द्वारा 2 साल का समय मिलता है और अगर पहले से ही विकसित भूमि है, तो उसके लिए 1 एक साल का फ्री पीरियड मिलता है।

9-10 साल में रीपेमेंट कर सकता है
इसके अलावा समय पूरा होने पर छमाही किस्त के जरिए लैंड परचेज स्कीम के तहत लिए गए लोन का रीपेमेंट करना पड़ता है। बता दें कि लोन लेने वाला व्यक्ति 9-10 साल में रीपेमेंट कर सकता है।

स्कीम के कुछ अन्य फीचर्स
खरीदी जाने वाली जमीन लोन चुकता होने तक बैंक के पास गिरवीं होगी।
सिंचाई सुविधा और भूमि विकास का प्रावधान (भूमि लागत के 50% से अधिक नहीं होगा।)
फार्म इक्विपमेंट्स की खरीद
रजिस्ट्रेशन चार्जेस व स्टांप ड्यूटी

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment