पशुधन
18 को कूनों में आएंगे 12 चीते, चार सदस्यीय दल अफ्रीका रवाना
12 चीता 18 फरवरी को भारत आ जाएंगे: दक्षिण अफ्रीका से 12 चीता 18 फरवरी को भारत आ जाएंगे। इन्हें लेने के लिए आइजी एनटीसीए अमित मलिक के नेतृत्व में एक चार सदस्यीय दल दिल्ली से दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो गया है। दक्षिण अफ्रीका पहुंचने के बाद दल सदस्य फिंडा और रुइबर्ग क्षेत्र में क्वारंटीन कर रखे गए चीतों को देखेगा और जरूरी परीक्षण कराएगा। इसके बाद इनको लाने की तैयारियों को अंतिम रूप प्रदान करेगा। जिसमें इनको क्वारंटीन बाड़ों से कैज आदि में बंद कर एयरपोर्ट तक पहुंचाना शामिल है।
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड की अपील, वैलेंटाइन्स डे पर गाय को गले लगाएं, मनाएं ‘Cow Hug Day’
वैलेंटाइन्स डे पर गाय को गले लगाएं, मनाएं 'Cow Hug Day': वैलेंटाइन्स डे का खुमार रहता है। इस दिन प्रेमी जोड़े एक दूसरे से प्रेम का इजहार करते हैं। पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी लोग इसे लेकर उत्साहित रहते हैं। लेकिन भारत में अब इस दिन को खास तरीके से मनाया जाएगा।
अब देसी गाय भी देगी ज्यादा दूध, हुई जीनोम सीक्वेंसिंग, जानें क्या है जीनोम सीक्वेंसिंग
जीनोम सीक्वेंसिंग: अब देसी गायों के जरिए पशुपालन सेक्टर की क्षमता बढ़ाने, बेहतर प्रबंधन और गायों की प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (IISER) के वैज्ञानिकों ने ड्राफ्ट जीनोम सिक्वेंस तैयार किया है
पशुओं को दर्द से मिलेगी राहत, जल्द ठीक होगे जख्म, IVRI ने तैयार किया खास कोलेजन जेल
पशुओं के लिए IVRI ने तैयार किया खास कोलेजन जेल: बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान (IVRI) ने एक खास कोलेजन जेल तैयार कर दिया है, जिससे चोट लगने पर पशुओं को ज्यादा दिन जख्म सहना नहीं पड़ेगा। ये कोलेजेन जेल ना सिर्फ पशुओं के जख्मों को भरेगा, बल्कि इंफेक्शन को दूर करके टिशू की भी रिकवरी में मदद करेगा। कोलेजन जेल पर करीब 11 साल से रिसर्च चल रही थी
गौ पालकों को पुरस्कार देगी मप्र सरकार, 11 हजार से 2 लाख रूपये तक होगी इनाम की राशि
प्रदेश की मूल गौ-वंशीय नस्ल एवं भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों के लिये पुरस्कार योजना" लागू की जा रही है। देश-प्रदेश की देशी नस्लों के गौपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई योजना में 1 से 15 फरवरी जो तक प्रदेश की मूल और भारतीय उन्नत नस्ल की गायों की प्रतियोगिताएँ होंगी
बकरी पालन करते हैं, या करना है तो इन ऐप के बारे में जरूर जानें
वैसे तो दूध के लिए गाय-भैंस पालन पर ही ज्यादा फोकस किया जाता है, लेकिन इन पशुओं की कीमत काफी ज्यादा होती है, जिसके चलते छोटे किसानों के लिए इन पशुओं को खरीदना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि छोटे किसान को बकरी पालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है
लंपी रोग से प्रभावित बैतूल जिले के 22 गांवों नहीं मनेगी दिवाली
भोपाल, लंपी स्किन डिजीज से पूरे मध्य प्रदेश में किसान परेशान हो गए हैं। इस वायरस की चपटे में अधिकांश जिले में हजारों पशु ...
गाय, भेड़ और बकरी के डकारने पर टैक्स वसूलेगी न्यूजीलैंड सरकार
वेलिंग्टन, न्यूजीलैंड दुनिया का पहला ऐसा देश बनने जा रहे है जो एग्रीकल्चर टैक्स वसूल करेगा। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न की सरकार का मानना है ...
वेटरनरी पाठ्यक्रमों की फीस में 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा
जबलपुर। मध्यप्रदेश में संचालित वेटरनरी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को नए शैक्षणिक सत्र से ज्यादा फीस भुगतान करनी होगी। वेटरनरी विश्वविद्यालय जबलपुर ...
बिहार को भाया बुंदेलखण्ड का दूध, प्रतिदिन भेजा जा रहा 50 हजार लीटर
भोपाल। एमपी स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (एमपीसीडीएफ) भोपाल से संबद्ध बुंदेलखण्ड (सागर) सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित द्वारा कार्यक्षेत्र के समस्त जिलो सागर, दमोह, ...