अगर आप किसान हैं और कम लागत में ज़्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो चुकंदर की खेती आपके लिए फायदेमंद सौदा साबित हो सकती है। चुकंदर सेहत के लिए फायदेमंद होता है और दवाइयों में भी इसका इस्तेमाल होता है, इसलिए इसकी मांग साल भर बनी रहती है।
ये फल बिकता है बहुत महँगा, इसकी खेती कर आप बन जाओगे मुकेश अंबानी के भी बाप
चुकंदर कब और किस मिट्टी में बोएं
चुकंदर की बुवाई का सबसे सही समय दिसंबर से फरवरी तक होता है। इस फसल को ठंडा मौसम पसंद है और 18 से 21 डिग्री तापमान इसके लिए बढ़िया रहता है। चुकंदर के लिए बलुई या दोमट मिट्टी जिसमें पानी ना जमा हो, सबसे बढ़िया होती है। मिट्टी का pH 6 से 7 के बीच होना चाहिए और थोड़ी नमी भी बनी रहनी चाहिए।
बुवाई और सिंचाई का सही तरीका
चुकंदर की बुवाई के लिए खेत को पहले 2-3 बार अच्छी तरह जोतें। फिर 10 इंच की दूरी पर मेड़ बनाएं और 3 इंच की दूरी पर बीज बोएं। 1 एकड़ में लगभग 4 किलो बीज काफी होते हैं। बीज बोने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई ज़रूर करें। सिंचाई कम करनी होती है लेकिन ज़मीन में नमी बनी रहनी चाहिए। गर्मियों में थोड़ा ज़्यादा पानी देना पड़ सकता है।
खाद और रोग नियंत्रण
अच्छी पैदावार के लिए 50 किलो यूरिया, 70 किलो डीएपी और 40 किलो पोटाश 1 एकड़ में डालें। खरपतवार से बचने के लिए बीज बोते समय पेंडीमेथालीन का छिड़काव करें। पत्तों पर दाग हों तो एग्रीमाइसीन छिड़कें और कीड़ों से बचाव के लिए एंडोसल्फान या मलाथियान का उपयोग करें।
आप चुकंदर की फसल 60-80 दिन में तैयार कर सकते हैं और 1 एकड़ से 120 से 150 क्विंटल तक उपज मिल सकती है, जो बाज़ार में ₹40 से ₹60 प्रति किलो तक बिकती है।