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सीएम शिवराज का आह्वान, किसान प्राकृतिक खेती की ओर लौटें

2020 की फसल बीमा राशि फरवरी में किसानों को मिलेगी

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देवास जिले की महिला स्व-सहायता समूह की बहनों ने बांस उत्पादन करने का बीड़ा उठाया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समूह की महिलाओं ने एक हजार एकड़ जमीन में बांस उत्पादन का कार्य हाथ में लिया है। प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों को गणवेश सिलाई का कार्य दिया गया था। इस कार्य को उन्होंने बखूबी करके दिखाया है।

उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियां लखपति हो रही है। 40 लाख बेटियां मप्र की लखपति हैं। साल 2012-2013 में एक हजार बेटों पर बेटी 912 बेटियां पैदा होती है। इस साल भारत सरकार के आकंड़ों के मुताबिक अब मप्र में 956 बेटियां जन्म ले रही हैं।

महिला सशक्तिकरण से बहनों की जिंदगी बदली है। बांस के रोपण के कार्य में महिलाओं को जोड़कर सशक्त बनाया जा रहा है। सीएम ने यह भी घोषणा की कि 2020 की फसल बीमा राशि का पैसा इस माह मैं डाल दूंगा। ज्यादा से ज्यादा फरवरी के पहले सप्ताह में आ जाएगा। किसान चिंता न करें। मुख्यमंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे प्राकृतिक खेती की ओर लौटें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अब अपने खेत में प्राकृतिक खेती करेंगे। किसान विविध प्रकार की फसलें लें। तभी आत्मनिर्भर मप्र का सपना साकार होगा।

सीएम शिवराज का आह्वान, किसान प्राकृतिक खेती की ओर लौटें

2020 की फसल बीमा राशि फरवरी में किसानों को मिलेगी

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देवास जिले की महिला स्व-सहायता समूह की बहनों ने बांस उत्पादन करने का बीड़ा उठाया है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समूह की महिलाओं ने एक हजार एकड़ जमीन में बांस उत्पादन का कार्य हाथ में लिया है। प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों को गणवेश सिलाई का कार्य दिया गया था। इस कार्य को उन्होंने बखूबी करके दिखाया है।

उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियां लखपति हो रही है। 40 लाख बेटियां मप्र की लखपति हैं। साल 2012-2013 में एक हजार बेटों पर बेटी 912 बेटियां पैदा होती है। इस साल भारत सरकार के आकंड़ों के मुताबिक अब मप्र में 956 बेटियां जन्म ले रही हैं।

महिला सशक्तिकरण से बहनों की जिंदगी बदली है। बांस के रोपण के कार्य में महिलाओं को जोड़कर सशक्त बनाया जा रहा है। सीएम ने यह भी घोषणा की कि 2020 की फसल बीमा राशि का पैसा इस माह मैं डाल दूंगा। ज्यादा से ज्यादा फरवरी के पहले सप्ताह में आ जाएगा। किसान चिंता न करें। मुख्यमंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे प्राकृतिक खेती की ओर लौटें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अब अपने खेत में प्राकृतिक खेती करेंगे। किसान विविध प्रकार की फसलें लें। तभी आत्मनिर्भर मप्र का सपना साकार होगा।

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