गोबर से खेती के लिए कम्पोस्ट खाद भी मिलेगी
इंदौर। मुख्यमंत्री गौसेवा योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा समस्त गाय प्रेमियों को गायों के संरक्षण और गौ सेवा से जोडऩे के लिए एक अभियान चलाया गया है। सभी नागरिकों को शासन के गौ संरक्षण और गौसेवा अभियान में जोडऩे के लिए गौपालन बोर्ड का पोर्टल बनाया गया है। कोई भी व्यक्ति जो गौ सेवा या संरक्षण के इच्छुक हैं वे मध्यप्रदेश गौपालन बोर्ड के इस पोर्टल पर जाकर सीधे किसी भी गौशाला को आर्थिक सहयोग प्रदान कर सकते हैं। लोगों द्वारा किए गए आर्थिक सहयोग पर इनकम टैक्स की धारा-80 जी की छूट का प्रावधान होगा।
इसके अलावा गौशाला में स्थायी संरचना बनाने जैसे बोरवेल, शेड, बायोगैस निर्माण और पशु आहार के लिए भी दान दिया जा सकता है। यह दान अपने किसी निकटस्थ रिश्तेदार या परिजन की याद में उसकी पुण्यतिथि के अवसर पर या घर में बच्चों के जन्मदिवस या परिवार में शादी की सालगिरह जैसे खुशी के अवसरों पर भी दिया जा सकता है। गौ सेवा और गौ संरक्षण के लिए सरकार द्वारा प्रदेश में कई गौ शालाएं भी शुरू की गई हैं। इनके संचालन के लिए स्थानीय लोगों के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद भी ली जा रही है। गौ शालाओं के संचालन और रखरखाव के लिए समाज का सहयोग भी जरूरी है। इसी उद्देश्य से सरकार ने दान में छूट का प्रावधान किया है। गौ शालाओं के जरिए गौ रक्षा तो होगी ही, दूध से पोषण और गोबर से खेती के लिए जरूरी कम्पोस्ट खाद भी मिलेगी।