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भीम जैसी ताकत पाने के लिए करे इस सब्जी का सेवन, लम्बे समय की कमजोरी भी होगी दूर

भीम जैसी ताकत पाने के लिए करे इस सब्जी का सेवन, लम्बे समय की कमजोरी भी होगी दूर इस सब्जी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है। चलिए इस सब्जी का नाम और फायदे।

लंबी उम्र और तंदुरुस्ती का राज़ ये पहाड़ो की रानी, देसी सब्ज़ी जो बढ़ती उम्र में देती है फूल जवानी का मजा

जलकुंभी के फायदे

जलकुंभी की फलियों के हाइपो कोलेस्ट्रोलेमिक गुण कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं गले की खराश और सूजन को दूर करने के लिए जलकुंभी का अर्क इस्तेमाल किया जा सकता है. यह अर्क गले के साथ कानों की समस्याओं को भी ठीक कर सकता है सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के इलाज में भी जलकुंभी बेहद असरदार हो सकती है।

लाखों बीमारी दूर

जलकुंभी पानी में उगने वाला पौधा है, जो एशिया और यूरोप महादेश में पाया जाता है। यह सबसे पुरानी हरी पत्तेदार सब्जी है, जिसका प्रयोग प्राचीन समय से होता आया है। इसका खोखला तना पानी के ऊपर तैरता नजह आता है। आयुर्वेद में माना जाता है कि इसे कच्चा या स्टीम में पकाकर खाया जाए, तो इसके फायदे बहुत अधिक हैं।

भीम जैसी ताकत पाने के लिए करे इस सब्जी का सेवन, लम्बे समय की कमजोरी भी होगी दूर

भीम जैसी ताकत पाने के लिए करे इस सब्जी का सेवन, लम्बे समय की कमजोरी भी होगी दूर इस सब्जी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है। चलिए इस सब्जी का नाम और फायदे।

लंबी उम्र और तंदुरुस्ती का राज़ ये पहाड़ो की रानी, देसी सब्ज़ी जो बढ़ती उम्र में देती है फूल जवानी का मजा

जलकुंभी के फायदे

जलकुंभी की फलियों के हाइपो कोलेस्ट्रोलेमिक गुण कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं गले की खराश और सूजन को दूर करने के लिए जलकुंभी का अर्क इस्तेमाल किया जा सकता है. यह अर्क गले के साथ कानों की समस्याओं को भी ठीक कर सकता है सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के इलाज में भी जलकुंभी बेहद असरदार हो सकती है।

लाखों बीमारी दूर

जलकुंभी पानी में उगने वाला पौधा है, जो एशिया और यूरोप महादेश में पाया जाता है। यह सबसे पुरानी हरी पत्तेदार सब्जी है, जिसका प्रयोग प्राचीन समय से होता आया है। इसका खोखला तना पानी के ऊपर तैरता नजह आता है। आयुर्वेद में माना जाता है कि इसे कच्चा या स्टीम में पकाकर खाया जाए, तो इसके फायदे बहुत अधिक हैं।

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