गरीबों का मटन, बना देगा किसानों को मालामाल इस तरीके से करें खेती होगी तगड़ी कमाई, तिजोरी भरेगी खटाखट जमीकंद, जिसे सुरन के नाम से भी जाना जाता है, एक स्वादिष्ट और सेहतमंद जड़ वाली सब्जी है. इसकी खास बात ये है कि ये जमीन के अंदर उगती है. जमीकंद को खाने के कई फायदे हैं, जिनके बारे में हम आज इस लेख में बात करने वाले हैं.
पानी ही नहीं अब खेत में करे इस फसल की खेती कम समय में होती है मोटी कमाई
जमीकंद खाने के फायदे
- पाचन क्रिया को मजबूत बनाए (Pachak Kriya ko Mazboot Banaye): जमीकंद में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करती है.
- बवासीर में राहत (Bawaseer mein rahat): जमीकंद में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बवासीर की समस्या को कम करने में मददगार माने जाते हैं.
- पौष्टिकता से भरपूर (Poshakta se Bharpoor): जमीकंद में कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और विटामिन B6 जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं.
- वजन कम करने में सहायक (Vajan Kam Karne mein Sahayak): जमीकंद में कैलोरी की मात्रा कम होती है और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो वजन कम करने में मदद कर सकती है.
- रजोनिवृत्ति के लक्षणों में राहत (Rajonivriti ke Lakshanon mein rahat): माना जाता है कि जमीकंद एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे रजोनिवृत्ति के दौरान होने वाले लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है.
जमीकंद की खेती कैसे करें
जमीकंद की खेती के लिए सबसे पहले इसके कंद की जरूरत होती है. इन्हीं कंदों को जमीन में लगाकर नया पौधा तैयार किया जाता है. जमीकंद की अच्छी पैदावार के लिए काली और बलुईली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है. जमीकंद का पौधा तैयार होने और फलने में लगभग 10 से 12 महीने का समय लग जाता है.
जमीकंद की खेती से कितना मुनाफा
अगर कमाई की बात करें, तो बाजार में जमीकंद की कीमत 500 रुपये प्रति किलो तक हो सकती है. इसकी खेती करने पर आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है. खासकर बिहार की तरफ जमीकंद की काफी डिमांड रहती है. आप एक से दो एकड़ में भी इसकी खेती करके अच्छी कमाई कर सकते हैं.