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खोज गई सूरजमुखी की नई प्रजाति, सफेद और गुलाबी रंग का सूरजमुखी किसानों के लिए फायदेमंद

अहमदाबाद। गुजरात के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी के साइंस डिपार्टमेंट में बॉटनी साइंस डिपार्टमेंट में खोजकर्ता और लेक्‍चरर डॉक्‍टर जयदीप शर्मा ने सूरजमुखी पर अपनी पीएचडी पूरी की। इसी रिसर्च के दौरान उन्‍होंने सूरजमुखी की नई प्रजाति से जुड़े कई रोचक तथ्‍यों के बारे में बताया। डा. शर्मा ने सूरजमुखी की एक नई प्रजाति की खोज की है। यह किस्म सूरजमुखी की 70 किस्‍मों में से ही एक है।

दक्षिण गुजरात में सूरजमुखी की करीब 70 प्रजातियां

सीनियर प्रोफेसर डॉ. पी. नागर के मार्गदर्शन में डॉ. जयदीप शर्मा ने दक्षिण गुजरात के सह्याद्री पर्वत रेंज में बायो-डायवर्सिटी पर खोज की। इसमें पांच जिले, सूरत, तापी, डांग, वलसाड और नवसारी शामिल थे। खोज में पता चला कि दक्षिण गुजरात में सूरजमुखी की लगभग 70 प्रजातियां हैं। खोजी गई नई प्रजाति इनमें से ही एक है।

56 से बढकर हुईं 70 प्रजातियां

डॉक्‍टर शर्मा का कहना है कि हालांकि सूरजमुखी परिवार की सभी प्रजातियों में पीले फूल नहीं होते। उन्होंने बताया है कि पांच से 50 छोटे फूलों का एक समूह होता है, जो देखने में एक ही फूल लगता है। इस खोज से पहले इस क्षेत्र में कुल 56 प्रजातियां थीं, डॉक्‍टर शर्मा ने 14 और प्रजातियों की खोज की, जिससे दक्षिण गुजरात में कुल 70 प्रजातियां हो गईं।

वनस्पतिशास्त्री जयकिशन ठक्कर के नाम पर रखा गया नाम

डा. शर्मा द्वारा खोजी गई प्रजाति को अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर नई प्रजाति के तौर पर मान्यता मिली है। यह प्रजाति उन 14 प्रजातियों में से एक है। नई प्रजाति के फूल सफेद और गुलाबी रंग के होते हैं। खोजी गई नई प्रजाति का नाम प्रसिद्ध गुजराती वनस्पतिशास्त्री जयकिशन ठक्कर के नाम पर रखा गया है। दुनिया भर में सूरजमुखी की प्रजातियों पर खोज करने वाले खोजकर्ताओं के समूह को इंटरनेशनल कम्पोजिट एलायंस के नाम से जाना जाता है। इस समूह में कुल 100 सदस्य हैं। इस समूह में शामिल डॉ. शर्मा इकलौते भारतीय हैं।

सूरजमुखी के बारे में महत्वपूर्ण तथ्‍य, जो डा. शर्मा ने बताया

  1. सूरजमुखी की प्रजातियों में जड़ी-बूटियां, बेलें और छह फीट तक ऊंचे पौधे शामिल हैं।
  2. सूरजमुखी प्रकृति की विकास प्रक्रिया में सबसे तेजी से अनुकूलन करने वाले पौधों में से हैं।
  3. पांच प्रजातियां वर्तमान जलवायु परिवर्तन की स्थितियों के लिए तेजी से अनुकूलन कर रही हैं।
  4. तेल के सूरजमुखी की बड़े पैमाने पर खेती की जाती है, जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।
  5. भृंगराज सूरजमुखी की एक प्रजाति है, जो बालों की देखभाल के लिए बहुत काम की है।
  6. सूरजमुखी की कपूरिया प्रजाति की पत्तियां मच्छरों से सुरक्षा देती हैं। दक्षिण गुजरात में सूरजमुखी की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। इनका आकार आधे फीट व्यास वाले फूलों से लेकर बमुश्किल आधे मिलीमीटर आकार के फूलों तक होता है। पूरे गुजरात में, 101 सूरजमुखी प्रजातियों का डॉक्‍यूमेंटेशन किया गया है।

खोज गई सूरजमुखी की नई प्रजाति, सफेद और गुलाबी रंग का सूरजमुखी किसानों के लिए फायदेमंद

अहमदाबाद। गुजरात के महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी के साइंस डिपार्टमेंट में बॉटनी साइंस डिपार्टमेंट में खोजकर्ता और लेक्‍चरर डॉक्‍टर जयदीप शर्मा ने सूरजमुखी पर अपनी पीएचडी पूरी की। इसी रिसर्च के दौरान उन्‍होंने सूरजमुखी की नई प्रजाति से जुड़े कई रोचक तथ्‍यों के बारे में बताया। डा. शर्मा ने सूरजमुखी की एक नई प्रजाति की खोज की है। यह किस्म सूरजमुखी की 70 किस्‍मों में से ही एक है।

दक्षिण गुजरात में सूरजमुखी की करीब 70 प्रजातियां

सीनियर प्रोफेसर डॉ. पी. नागर के मार्गदर्शन में डॉ. जयदीप शर्मा ने दक्षिण गुजरात के सह्याद्री पर्वत रेंज में बायो-डायवर्सिटी पर खोज की। इसमें पांच जिले, सूरत, तापी, डांग, वलसाड और नवसारी शामिल थे। खोज में पता चला कि दक्षिण गुजरात में सूरजमुखी की लगभग 70 प्रजातियां हैं। खोजी गई नई प्रजाति इनमें से ही एक है।

56 से बढकर हुईं 70 प्रजातियां

डॉक्‍टर शर्मा का कहना है कि हालांकि सूरजमुखी परिवार की सभी प्रजातियों में पीले फूल नहीं होते। उन्होंने बताया है कि पांच से 50 छोटे फूलों का एक समूह होता है, जो देखने में एक ही फूल लगता है। इस खोज से पहले इस क्षेत्र में कुल 56 प्रजातियां थीं, डॉक्‍टर शर्मा ने 14 और प्रजातियों की खोज की, जिससे दक्षिण गुजरात में कुल 70 प्रजातियां हो गईं।

वनस्पतिशास्त्री जयकिशन ठक्कर के नाम पर रखा गया नाम

डा. शर्मा द्वारा खोजी गई प्रजाति को अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर नई प्रजाति के तौर पर मान्यता मिली है। यह प्रजाति उन 14 प्रजातियों में से एक है। नई प्रजाति के फूल सफेद और गुलाबी रंग के होते हैं। खोजी गई नई प्रजाति का नाम प्रसिद्ध गुजराती वनस्पतिशास्त्री जयकिशन ठक्कर के नाम पर रखा गया है। दुनिया भर में सूरजमुखी की प्रजातियों पर खोज करने वाले खोजकर्ताओं के समूह को इंटरनेशनल कम्पोजिट एलायंस के नाम से जाना जाता है। इस समूह में कुल 100 सदस्य हैं। इस समूह में शामिल डॉ. शर्मा इकलौते भारतीय हैं।

सूरजमुखी के बारे में महत्वपूर्ण तथ्‍य, जो डा. शर्मा ने बताया

  1. सूरजमुखी की प्रजातियों में जड़ी-बूटियां, बेलें और छह फीट तक ऊंचे पौधे शामिल हैं।
  2. सूरजमुखी प्रकृति की विकास प्रक्रिया में सबसे तेजी से अनुकूलन करने वाले पौधों में से हैं।
  3. पांच प्रजातियां वर्तमान जलवायु परिवर्तन की स्थितियों के लिए तेजी से अनुकूलन कर रही हैं।
  4. तेल के सूरजमुखी की बड़े पैमाने पर खेती की जाती है, जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।
  5. भृंगराज सूरजमुखी की एक प्रजाति है, जो बालों की देखभाल के लिए बहुत काम की है।
  6. सूरजमुखी की कपूरिया प्रजाति की पत्तियां मच्छरों से सुरक्षा देती हैं। दक्षिण गुजरात में सूरजमुखी की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। इनका आकार आधे फीट व्यास वाले फूलों से लेकर बमुश्किल आधे मिलीमीटर आकार के फूलों तक होता है। पूरे गुजरात में, 101 सूरजमुखी प्रजातियों का डॉक्‍यूमेंटेशन किया गया है।

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