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पूसा मेला ग्राउंड, नई दिल्ली में पूसा कृषि विज्ञान मेला 9 मार्च से

नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान द्वारा लगाया जाने वाला पूसा कृषि विज्ञान मेला अगले महीने 9 से 11 मार्च तक पूसा मेला ग्राउंड, नई दिल्ली में आयोजित होगा। इस वर्ष मेले की थीम तकनीकी ज्ञान से आत्मनिर्भर किसान है। इस थीम के तहत किसानों को उन आधुनिक तौर तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसे वे अपनाकर आत्मनिर्भर हो सकेंगे। इनमें स्मार्ट खेती मॉडल, संरक्षित खेती, हाइड्रोपोनिक, एरोपोनिक, वर्टीकल खेती से लेकर कृषि स्टार्टअप, किसान उत्पादक संगठन, प्राकृतिक व जैविक खेती से लेकर कृषि निर्यात सहित अनेक आकर्षण होंगे ।

इस मेले में उन्नत बीजों की बिक्री, जीवंत फसल प्रदर्शन, अवं उच्च कृषि तकनीकों की जानकारी किसानों को मिलेगी। यह मेला हर साल आयोजित किया जाता है और किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है। किसान नवीनतम जारी की गई फसल की किस्मों को खरीद सकते हैं और खेत में फसल का प्रदर्शन भी देख सकते हैं।

मेले में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, बल्कि राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व एनजीओ  के स्टाल शामिल होंगे। मेले में किसानों की आय को दोगुना करने के लिए विशेष तकनीक की जानकारी दी जाएगी। मेले में मिट्टी और पानी की मुफ्त जांच का लाभ भी किसान उठा पाएंगे। तमाम स्टाल में कुछ स्टाल प्रगतिशील किसानों को आवंटित किए जाएंगे, जिनमें वे अपने उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे।

पूसा मेला ग्राउंड, नई दिल्ली में पूसा कृषि विज्ञान मेला 9 मार्च से

नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान द्वारा लगाया जाने वाला पूसा कृषि विज्ञान मेला अगले महीने 9 से 11 मार्च तक पूसा मेला ग्राउंड, नई दिल्ली में आयोजित होगा। इस वर्ष मेले की थीम तकनीकी ज्ञान से आत्मनिर्भर किसान है। इस थीम के तहत किसानों को उन आधुनिक तौर तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसे वे अपनाकर आत्मनिर्भर हो सकेंगे। इनमें स्मार्ट खेती मॉडल, संरक्षित खेती, हाइड्रोपोनिक, एरोपोनिक, वर्टीकल खेती से लेकर कृषि स्टार्टअप, किसान उत्पादक संगठन, प्राकृतिक व जैविक खेती से लेकर कृषि निर्यात सहित अनेक आकर्षण होंगे ।

इस मेले में उन्नत बीजों की बिक्री, जीवंत फसल प्रदर्शन, अवं उच्च कृषि तकनीकों की जानकारी किसानों को मिलेगी। यह मेला हर साल आयोजित किया जाता है और किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है। किसान नवीनतम जारी की गई फसल की किस्मों को खरीद सकते हैं और खेत में फसल का प्रदर्शन भी देख सकते हैं।

मेले में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, बल्कि राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व एनजीओ  के स्टाल शामिल होंगे। मेले में किसानों की आय को दोगुना करने के लिए विशेष तकनीक की जानकारी दी जाएगी। मेले में मिट्टी और पानी की मुफ्त जांच का लाभ भी किसान उठा पाएंगे। तमाम स्टाल में कुछ स्टाल प्रगतिशील किसानों को आवंटित किए जाएंगे, जिनमें वे अपने उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे।

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