कृषि विभाग ने अनुदान पर दिया 1000 क्विंटल बीज
प्रदीप शर्मा
हरदा, प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिला हरदा में रबी सीजन की फसल कटाई के बाद उपज बिकने से पहले ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी शुरू हो चुकी है। जिले में अब तक 45 हजार हेक्टेयर रकबे में मूंग की फसल बोवनी हो चुकी है। यह बोवनी का आंकड़ा उन किसानों का है। जिनके पास स्वयं के पानी के साधन हैं। नहर से सिंचाई करने वाले किसान बोवनी के लिए तैयारी कर रहे हैं। वे नहरों के पानी से सिंचाई में जुटे हैं। जबकि कृषि विभाग ने इस वर्ष ग्रीष्मकालीन मूंग बोवनी का लक्ष्य 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर रखा है। जिले में तेजी से मूंग बोवनी की जा रही है। वहीं कृषि विभाग द्वारा किसानों को बोवनी के लिए अनुदान पर 1000 क्विंटल मूंग का बीज वितरित किया गया है।
23 मार्च को छूटा नहरों में पानी
जिले की नहरों में 23 मार्च की रात से तवा डेम से पानी छोड़ा गया है। इसके बाद 25 मार्च को जिले की नहरों में पानी पहुंच चुका है। फिलहाल किसान नहरों से छोड़े गए पानी से खेतों में सिंचाई कर रहे हैं। जल संसाधन विभाग ने 23 मार्च की रात से तवा डेम से 500 क्यूसेक पानी छोड़ा। जिसे बाद में बढ़ाया गया। जिले की नहरों में 50 दिन तक पानी दिया जाएगा।
कृषि मंत्री की अपील पर जिजगांव के किसान ने बोया 50 एकड़ में मूंग
जिले में मूंग की फसल को लेकर किसानों का रुझान बढ़ा है। जिजगांव निवासी उन्नत किसान संजय माकवे ने बताया कि कृषि मंत्री हमारे जिले के हैं और उन्होंने क्षेत्र के किसानों से मूंग की बावनी करने की अपील की। मंत्री की अपील पर हमने इस बार 50 एकड़ में मूंग की बोवनी की है। उनका कहना है कि मंत्री के प्रयासों से इस बार नहर में पानी भी पर्याप्त आ रहा है, हमें आशा है कि फसल अच्छी होगी।
इस प्रकार रहा जिले में मूंग का रकबा
वर्ष जिले में रकबा
2021 45000 हेक्टेयर
2020 82500 हेक्टेयर
2019 12130 हेक्टेयर
2018 12310 हेक्टेयर
2017 8500 हेक्टेयर
2016 27120 हेक्टेयर
2015 35250 हेक्टेयर
(आंकड़े कृषि विभाग के अनुसार)
इनका कहना है
जिले में अब तक 45 हजार हेक्टेयर रकबे में ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी की गई है। ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी जारी है। इस वर्ष 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर में मूंग की बोवनी का लक्ष्य रखा गया है।
-कपिल बेड़ा, सहायक संचालक, कृषि विभाग, हरदा
जल संसाधन विभाग की चेतावनी
किसान विभाग के घोषित क्षेत्र अनुसार ही मूंग की बोवनी करें। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में मूंग की बोवनी करने से सिंचाई में परेशानी आ सकती है। बिना अनुमति सिंचाई करने पर मोटर अथवा पंप जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
राकेश दीक्षित, कार्यपालन यंत्री, जल संसाधन संभाग