गाय, भैंस, दुग्ध उत्पादन
ठंड के मौसम में बकरी के बच्चों की कैसे करें देखभाल, जानिए क्या कहते हैं पशु वैज्ञानिक
बकरी पालन में असल मुनाफा बकरी के बच्चों से होता है। सालभर जितने बच्चे मिलेंगे उतना ही मोटा मुनाफा होगा। ये बकरी पालन में मुनाफे की बुनियाद भी होते हैं। लेकिन बकरी के बच्चे मुनाफे में तब बदलते हैं जब उनकी मृत्यु दर को कम या फिर पूरी तरह से कंट्रोल किया जाए। केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा के साइंटिस्ट की मानें तो मृत्यु दर कम करने की तैयारी बकरी के गर्भधारण से ही शुरू हो जाती है।
भारतीय और विदेशी गोवंश की उन्नत नश्लें, जानिए इनकी क्या है विशेषता
भारत में प्राचीन काल से ही पशुपालन व्यवसाय के रुप मे प्रचलित रहा है। भारत में 70फीसदी आबादी ग्रामीण है। 20वीं पशुधन गणना के अनुसार देश में कुल पशुधन आबादी 53578 मिलियन है, जो 2012 की तुलना मे 4.6 प्रतिशत अधिक है।
पशुओं में ब्रूसेल्लोसिस रोग, कारण और निदान
समस्त पालतु पशु ब्रूसेल्लोसिस रोग के प्रति संवेदनशील होते हैं। गाय, भैंस, भेड़, बकरी एवं शूकरों में इस रोग का प्रकोप अत्यधिक होता है। ब्रूसेल्लोसिस रोग पशुओं से मनुष्य में फैलता है। अतः इस रोग का जन स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत अधिक महत्व है। मनुष्य में यह रोग अंडूलेंट ज्वर, माल्टा ज्वर तथा बैंग्स ज्वर के नाम से जाना जाता है। इस रोग से गौवंश में ग्याभिन पशु अधिकांशतः 6- 9 माह एवं भेड़-बकरी में 3-5 माह में गर्भपात हो जाता है।
गाय एवं भैंसों में पटार का संक्रमण एवं समाधान
डॉ. शुभ्रदल नाथ, डॉ. गिरिधारी दास, डॉ. सुमन कुमार, डॉ. रुपेश वर्मा, डॉ. संजू मंडल, डॉ. हरि आर तिवारी, डॉ. अजय राय, डॉ. विक्रम ...
मधुमक्खी पालन से किसानों को होगा डबल फायदा, जानिए कैसे ?
हमारे जीवन में मधु अर्थात शहद का बडा महत्व है। शहद मधुमक्खियों से प्राप्त होता है। कुछ कीट ऐसे होते हैं जो फसलों को हानि पहुंचाते हैं और उनसे फसलों का बचाव ज़रूरी है, मगर कुछ कीट ऐसे हैं जो फसलों की वृद्धि और अच्छी गुणवत्ता के लिए ज़रूरी है। ऐसे कीटों में तितली और मधुमक्खी आदि शामिल है। ये परागण का निर्माण करते हैं।
बकरी पालन किसानों के लिए फायदेमंद, सरकार दे रही 40 से 60% तक अनुदान
मध्य प्रदेश शासन द्वारा बैंक ऋण एवं अनुदान पर बकरी इकाई योजना संचालित है। इसमें हितग्राही को 10 बकरी और एक बकरा दिया जाता है। इकाई की लागत 77 हजार 456 रूपये है। सामान्य वर्ग के हितग्राही को इकाई लागत का 40 प्रतिशत और अनुसूचित जाति-जनजाति को इकाई लागत का 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
पशुओं में मुँहपका और खुरपका टीकाकरण के द्वितीय चरण में भी मप्र देश में आगे
पशुओं में मुँहपका और खुरपका (फूट माउथ डिसीज़) टीकाकरण के द्वितीय चरण में भी मध्यप्रदेश देश में सर्वप्रथम है। प्रदेश ने निर्धारित अवधि से पूर्व 15 फरवरी 2023 को 2 करोड़ 7 लाख 68 हजार गौ-भैंस वंशीय पशुओं का टीकाकरण पूर्ण कर लिया, जो देश में सर्वाधिक है।
डेयरी सेक्टर में 70% से अधिक महिलाओं की भागीदारी, खुशी की बात: राष्ट्रपति मुर्मु
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत में डेयरी उद्योग के प्रबंधन में नारी-शक्ति अहम भूमिका निभा रही हैं। डेयरी सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक भागीदारी महिलाओं की है। बहुत खुशी की बात है कि आज डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में एक-तिहाई से अधिक लड़कियां हैं
प्रदेश के सभी जिलों में मिलेगा बकरी का दूध
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार सभी जिलों में ‘बकरी का दूध’ उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है। मध्यप्रदेश में गोट मिल्क प्रोजेक्ट को पूरे प्रदेश ...
गर्मी में मुर्गी के दाने का प्रबंधन
डॉ. याशिर आमीन राथेरडॉ. शानू देवी सिंगौरडॉ. शाहबाज हारुन खानडॉ. ब्रजमोहन सिंह धाकड़ कुक्कुट विज्ञान विभाग, पशुचिकत्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, ना.दे.प.वि.वि. जबलपुर (म. प्र.)पशुचिकत्सा जनस्वास्थय ...