कम समय में अटालोड उत्पादन देगी मूँग की ये धाकड़ किस्मे

कम समय में अटालोड उत्पादन देगी मूँग की ये धाकड़ किस्मे मूंग की खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है, खासकर अप्रैल के महीने में इसकी बुवाई करने पर। आज हम आपको बता रहे हैं मूंग की कुछ ऐसी उन्नत किस्मों के बारे में, जिनकी खेती पर लागत कम आती है, लेकिन उत्पादन … Read more

जैविक खेती: मिट्टी, मानव और ग्रह के स्वास्थ्य में भी सुधार का रास्ता

नई दिल्ली, इस बात पर सहमति है कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के जैविक विकल्प से किसानों को लाभ मिलने के अलावा मिट्टी, मानव और ग्रह के स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है। जैव-उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने ‘मृदा जैव विविधता-जैव-उर्वरक’ पर नेटवर्क परियोजना के … Read more

कृषि में सुधार के लिए भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रभावी उपाय 

नई दिल्ली, भारत सरकार भारतीय कृषि में सुधार के लिए विभिन्न उपायों को क्रियान्वित कर रही है, जिसमें अनेक विकासात्मक कार्यक्रम, योजनाएं, सुधार और नीतियां शामिल हैं जिनका उद्देश्य कृषि उत्पादकता बढ़ाना, संसाधन उपयोग दक्षता बढ़ाना, टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना आदि है। … Read more

दिल्ली में “एशिया-प्रशांत में ब्लू ग्रोथ को हरित बनाना” विषय पर 14वां एशियाई मत्स्य पालन और जलीय कृषि फोरम (14एएफएएफ) आयोजित किया जाएगा

आईसीएआर और एएफएस संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं नई दिल्ली, 14वें एशियाई मत्स्य पालन और जलीय कृषि फोरम (14 एएफएएफ) का आयोजन 12-14 फरवरी, 2025 के दौरान नई दिल्ली में किया जा रहा है। इसका विषय “एशिया-प्रशांत में ब्लू ग्रोथ को हरित बनाना” है। एशियाई मत्स्य पालन और जलीय कृषि फोरम … Read more

किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है सांवा की खेती, जानिए कैसे करें

भोपाल। सांवा की फसल भारत की एक प्राचीन फसल है यह सामान्यतः असिंचित क्षेत्रो में बोई जाने वाली सूखा प्रतिरोधी फसल है। असिंचित क्षेत्रो में बोई जाने वाली मोटे अनाजों में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इसमे पानी की आवश्यकता अन्य फसलो की अपेक्षा काम पड़ती है। सांवा का उपयोग चावल की तरह किया जाता है। … Read more

कम लागत में ज्यादा कमाई के लिए करें सहजन की खेती, जानिए खेती की विधि और उन्न्त किस्म

सहजन जिसको मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है। इसका वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। इसे हिंदी में सहजना, सुरजना, सेंजन और मुनगा आदि नामों से जाना जाता है। सहजन को अंग्रेजी में ड्रमस्टिक भी कहा जाता है। यह एक बहुउपयोगी पेड़ है। इसके सभी भाग फल, फूल, पत्तियों, बीजों में अनेक पोषक तत्व होते हैं। इसलिए इसका उपयोग कई प्रकार से किया जाता है। इसकी खेती करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। 

किसानों से धोखा कर भागी आर्टिसन एग्रोटेक, सरकार ने बनाया था ब्रांड एंबेसडर

मप्र सरकार ने हरदा और देवास जिले के लिए बनाया था ब्रांड एंबेसडर देवास। मध्य प्रदेश में एक जिला, एक उत्पाद योजना के तहत दो जिलों के किसानों के लिए बांस मिशन एक भारी सिरदर्द बन गया है। आर्र्टिसन एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ने किसानों को बांस लगाने और खरीदने का आश्वासन देकर एग्रीमेंट … Read more

उन्नत बीजों का प्रयोग, फसल में बढ़ जाता है 20 प्रतिशत उत्पादन

डॉ. चंचल भार्गवडॉ. रिया ठाकुरजनेकृविवि, कृषि विज्ञान केन्द्र, छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेशउन्नत बीज वह होता है, जिसमें आनुवांशिक शुद्धता शत-प्रतिशत हो,अन्य फसल एवं खरपतवार के बीजों से रहित हो, रोग व कीट के प्रभाव से मुक्त हो, अंकुरण क्षमता उच्च कोटि की हो, खेत में जमाव और अन्तत: उपज अच्छी हो। उन्नत बीज वह होता है … Read more

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत में बागवानी क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए स्वच्छ पौध कार्यक्रम को मंजूरी दी

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित स्वच्छ पौध कार्यक्रम/ क्लीन प्लांट कार्यक्रम (सीपीपी) को मंजूरी दे दी। 1,765.67 करोड़ रुपये के बड़े निवेश के साथ, यह अग्रणी पहल भारत में बागवानी क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए तैयार है और इससे उत्कृष्टता … Read more

बीबीएफ  बुवाई विधि: बुंदेलखंड के किसानों के लिए फायदेमंद खरीफ  फसलों का बनेगी विकल्प

डॉ आरके प्रजापति(वैज्ञानिक) कृषि विज्ञानं केंद्र, टीकमगढ़ (म.प्र.)जलवायु परिवर्तन के दौर में बुंदेलखंड में खेती करना एक जोखिम और मुश्किलों भरा कार्य होता जा रहा है। यहां अधिकांशत: खरीफ के मौसम में खेती का 90प्रतिशत  भाग 22 जून से 30 सितंबर तक होने वाली वर्षा पर निर्भर करता है, लेकिन पिछले 10- वर्षों में वैश्विक … Read more