पशुपालन व्यवसाय एवं पशुधन प्रवंधन पर ऑनलाईन कृषक संगोष्ठी 

सागर, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निर्देशानुसार तथा डॉ डी. पी. शर्मा जी संचालक विस्तार सेवाएं, जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केन्द्र सागर-2, देवरी द्वारा विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर “पशुपालन व्यवसाय एवं पशुधन प्रवंधन“ पर ऑनलाईन कृषक संगोष्ठी का आयोजन दिनाँक 01 जून को किया गया।केन्द्र प्रमुख डा आशीष … Read more

हरियाली लाने तैयार हो रहा ‘बीज बम’, जानिये क्या है ‘बीज बम’,

बारिश फटेगा बम,  आएगी हरियाली बारिश के बाद खुद तैयार हो जाएंगे पौधे javed ali मंडला, मंडला के कृषि विज्ञान केंद्र में इन दिनों वृक्षारोपण को बढ़ाने के लिए अभिनव प्रयोग किया जा रहा है। यहां के वैज्ञानिक और कर्मचारी बीज बम बनाने में जुटे हुए हैं। बम का नाम सुनकर हम भले ही घबरा … Read more

सफेद मूसली: फायदे की खेती, जानें कैसे होगा फायदा

भोपाल, सफेद मूसली एक बहुत ही उपयोगी पौधा है, जो कुदरती तौर पर बरसात के मौसम में जंगल में उगता है। सफेद मूसली की जड़ों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक और यूनानी दवाएं बनाने में किया जाता है। खासतौर पर इस का इस्तेमाल सेक्स कूवत बढ़ाने वाली दवा के तौर पर किया जाता है। सफेद मूसली की … Read more

ज्यादा फायदे के लिए करें शतावर की खेती, जानें विधि और लाभ

भोपाल, सतावर एक औषधीय पौधा है जिसका उपयोग आयुुरवेेेद तथा होम्योपैथिक दवाईयों में होता है | यह आकलन किया गया है की भारत में विभिन्न औषधीयों को बनाने के लिए प्रति वर्ष 500 टन सतावर की जड़ों की जरुरत पड़ती है | सतावर की उत्पादन एक एकड़ में 2 से 3 किवंटल होती है | … Read more

कम लागत में ज्यादा फायदा देती है आर्टीमीशिया की खेती, जानिए कैसे करें

भोपाल, आर्टीमीशिया एक बहुत गुणकारी औषधीय पौधा है। इसका उपयोग मलेरिया की दवाई इंजेक्शन और टेबलेट्स बनाने में होता है। इसकी खेती चाइना, तंज़ानिया, केन्या आदि देशों में बड़े पैमाने पर की जा रही है। इसकी बढ़ती मांग को देखकर भारत में सीमैप  ने वर्ष 2005 से खेती करवाना शुरू किया। सीमैप कसर विकसित की … Read more

ईसबगोल की खेती: कम खर्चे में ज्यादा मुनाफा,जानिए कैसे करें

भोपाल, इस समय औषधीय फसलें किसानों की पसंद बनी हुई हैं। ऐसी ही एक नकदी फसल ईसबगोल भी है। किसानों के मुताबिक इसमें एक हेक्टेयर में ही ढाई से 3 लाख की कमाई हो हो सकती है, जबकि खर्चा काफी कम होता है। ईसबगोल एक अत्यंत महत्वपूर्ण औषधीय फसल है। औषधीय फसलों के निर्यात में इसका … Read more

हरदा में मूंग की रिकॉडतोड़ बोवनी

कृषि विभाग ने अनुदान पर दिया 1000 क्विंटल बीज प्रदीप शर्माहरदा, प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिला हरदा में रबी सीजन की फसल कटाई के बाद उपज बिकने से पहले ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी शुरू हो चुकी है। जिले में अब तक 45 हजार हेक्टेयर रकबे में मूंग की फसल बोवनी हो … Read more

भोपाल में लहसुन की बंपर आवक

भोपाल, भोपाल की करोंद मंडी में लहसुन की बंपर आवक हो रही है। प्रतिदिन 1200 क्विंटल तक लहसुन बिकने पहुंच रही है। इस कारण थोक भाव भी घट गए हैं। थोक में लहसुन 30 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। हालांकि, फुटकर मंडी में भाव अधिक है। ग्राहकों को 60 से 80 रुपए प्रति … Read more

पीला मोजेक रोग से पपीता की फसल बर्बाद

basant thakur सागर/ रहली परंपरागत फसल लेने वाले रहली के करीब आधा दर्जन किसानों ने इस बार नवाचार करते हुए गेहूं, चने की जगह पपीता की खेती की थी। शुरुआत में तो खेती ठीक रही, लेकिन इसके बाद वह पीला मोजेक रोग की चपेट में आ गई। इससे पत्ते पीला होने लगे। फल में भी … Read more

उज्जैन में गेहूं का रकबा बढ़ा उत्पादन फिर भी कम

brijesh parmarउज्जैन, क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में गेहूं का रकबा बढ़ा है। कहा जा रहा था कि इस बार बंपर उत्पादन होगा, लेकिन नहीं हुआ। 12 हजार हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में बोवनी के बाद भी उत्पादन पिछले वर्ष से कम हुआ है। पिछले वर्ष 4 लाख हेक्टेयर में बोवनी की गई थी। उत्पादन … Read more