आलू का भाव नहीं मिलने से मालवांचल में बिचौलिए उठा रहे फायदा

भाव नहीं मिलने से मालवांचल में बिचौलिए उठा रहे फायदा

परेशान किसान बोले- परिवहन का खर्च भी नहीं निकल रहा

मालवा-निमाड़। अंचल में इस बार आलू का उत्पादन बंपर हुआ है और बेहतर भी, लेकिन यह पैदावार अन्नदाता किसान के लिए राहत लेकर नहीं आई है। मंडियों में आवक बढ़ते ही थोक दाम गिरकर पांच रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए। जो आलू बीते वर्षों में किसानों के लिए फायदे का सौदा रहा, वह अब रुला रहा है। आवक का आलम यह है कि कोल्ड स्टोरेज में रखने को जगह तक नहीं बची। फिर भी आम उपभोक्ता की जेब का भार कम नहीं हो रहा। फुटकर में आलू 15-20 रुपए किलो ही है। जाहिर है, फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं। 

उज्जैन: 3.22 लाख टन उत्पादन

उज्जैन जिले में अधिकांश क्षेत्रों में किसान आलू की पैदावार में लगे हैं। हर वर्ष इसकी खेती फायदे का सौदा बन रही थी, लेकिन इस बार बंपर उत्पादन के बाद भी अच्छे भाव नहीं मिल रहे, जबकि मौसम की अनुकूलता के चलते क्वालिटी भी उम्दा है। जिले में इस बार 13,300 हेक्टेयर में आलू की बोवनी की गई थी। 3.22 लाख हजार टन उत्पादन हुआ। बंपर उत्पादन के चलते किसान आलू बेचने मंडी पहुंच रहे हैं। यहां उन्हें उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। थोक में पांच रुपए किलो में बिक रहा है। आधे से ज्यादा कोल्ड स्टोरेज फुल हो चुके हैं।

शाजापुर:16 कोल्ड स्टोरेज फुल

शाजापुर जिले में आलू की 5,325 हेक्टेयर में फसल बोई गई है। वर्तमान में थोक में आलू तीन से 10 रुपए किलो बिक रहा है। खेरची भाव 10 से 15 रुपए किलो है। दो माह में दाम 10 रुपए किलो तक टूटे हैं। आवक भी लुढ़की है। मंडी में 500 कट्टे के आसपास आवक है। किसान कोल्ड स्टोरेज में आलू रखना चाह रहे हैं। जिले के 16 कोल्ड स्टोरेज फुल हैं, जिनकी क्षमता 8 लाख क्विंटल है।

रतलाम:6,600 मीट्रिक टन उत्पादन 

जिले में 330 हेक्येयर में आलू की खेती हो रही है। प्रति हेक्टेयर 20 मीट्रिक टन उत्पादन होता है। करीब 6,600 मीट्रिक टन उत्पादन होता है। आलू थोक में आठ से बारह रुपए प्रति किलो बिक रहा है। वहीं खुदरा बाजार में 15 से 25 रुपए किलो दाम है। यहां के आलू से चिप्स बनाई जाती है। मंडी में जिले के अलावा आगरा आदि स्थानों का आलू भी बिकने आता है। जिले के दोनों कोल्ड स्टोरेज भरने के करीब हैं।

देवास: किसानों को हो रहा नुकसान

देवास जिले में आलू का रकबा लगभग दस हजार हेक्टेयर है। कुल उत्पादन करीब दो लाख मीट्रिक टन हुआ है। जिले में 14 कोल्ड स्टोर है, जिनकी क्षमता 5 हजार मीट्रिक टन है। सभी कोल्ड स्टोरेज भरने के करीब हैं। जिले में डेढ़ लाख टन क्षमता के 35 कोल्ड स्टोरेज हैं। उत्पादन के मान से यह क्षमता आधी से भी कम है। सभी फुल हो गए हैं। नतीजतन किसानों को आलू औने-पौने भाव में बेचकर नुकसान उठाना पढ़ रहा है।

फुटकर 15 रुपए किलो

किसानों को मंडी में दाम भले ही कम मिलें, आम नागरिकों को यह अधिक भाव में ही मिल रहा है। फुटकर सब्जी मार्केट में आलू 15 रुपए किलो तक बिक रहा है।

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