भारत में इलायची एक बेहद लोकप्रिय और बहुमूल्य मसाला फसल है। इसकी महक और स्वाद के कारण यह मिठाइयों, चाय, लस्सी और कई व्यंजनों में उपयोग की जाती है। खास बात यह है कि इसकी खेती करके किसान हर महीने 40 से 50 हजार रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि इसकी खेती कैसे की जाती है, कितनी लागत आती है और कितनी कमाई हो सकती है।
यह भी पढ़िए :- 1 साल में 15 लाख कमाकर किसान ने सबके दिमाग के उड़ा दिए परखच्चे, जानिए कैसे करते है मिश्रित खेती
इलायची की खेती कैसे करें?
इलायची की खेती के लिए सबसे पहले इसकी उच्च गुणवत्ता वाली बीजों की आवश्यकता होती है, जो किसी भी प्रमाणित बीज भंडार (seed store) से प्राप्त किए जा सकते हैं। बीज को पहले नर्सरी में तैयार किया जाता है, जिससे मजबूत पौधे मिलते हैं जिन्हें मुख्य खेत में लगाया जा सकता है।
खेत की तैयारी कैसे करें?
खेत तैयार करने के लिए सबसे पहले उसमें गोबर खाद या जैविक खाद डाली जाती है। इसके बाद खेत की अच्छी तरह से जुताई करके समतल किया जाता है। जब खेत तैयार हो जाए, तब 2-3 फीट की दूरी पर गड्ढे बनाए जाते हैं। इन गड्ढों में नर्सरी में तैयार पौधों को रोपित किया जाता है। इलायची को छायादार और नमीयुक्त वातावरण पसंद होता है, इसलिए इसे ऐसे स्थान पर लगाया जाना चाहिए जहाँ सीधी धूप न पड़े।
फसल की अवधि
इलायची की फसल पूरी तरह से तैयार होने में करीब 2 से 3 साल का समय लेती है। हालांकि, एक बार पौधे लग जाने के बाद वे कई वर्षों तक फल देते हैं और किसान को नियमित आय मिलती रहती है।
इलायची की खेती से फायदा
आज के समय में इलायची की बाजार में कीमत करीब ₹6,000 प्रति किलोग्राम है। यदि आप 1 से 2 एकड़ (या 2 बीघा) जमीन पर इसकी खेती करते हैं, तो आप प्रतिमाह ₹40,000 से ₹50,000 तक की आय प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप इसके प्रॉसेसिंग प्रोडक्ट जैसे इलायची पाउडर या पैकिंग करके बेचते हैं, तो लाभ और भी बढ़ सकता है।
यह भी पढ़िए :- कोबरा की तरह दिखने वाला दुनिया का पहला फल बीमारियों के लिए सबसे बड़ा दुश्मन खेती भी मुनाफे का सौदा
इलायची की खेती में खर्चा
इलायची की खेती में शुरुआती निवेश करीब ₹20,000 तक होता है। यह लागत बीज, खाद, सिंचाई, मजदूरी और पौधों की देखभाल पर खर्च होती है। यह लागत एक बार की होती है, और उसके बाद फसल लगातार कई वर्षों तक उत्पादन देती रहती है।