सीहोर। किसानों को खेती से फायदा या नुकसान में सबसे अहम भूमिका होती है दवा और बीजों की। यदि सही बीज की बुवाई की है तो कोई बात नहीं, अगर अमानक बीज मिल गया तो समझो किसान की सारी मेहनत बेकार गई और वो आर्थिक रूप से काफी कमजोर हो जाता है। कई बीज कंपनियां किसानों को अमानक बीज थमाकर किसानों को बर्बाद कर रहीं हैं। ऐसे ही सीहोर जिले में अमानक फफूंदनाशक दवा SPUR 709 बनाने वाली कंपनी यूनिवर्सल एग्रो केमिकल इंडस्ट्रीज की सभी कीटनाशक, फफूंदनाशक दवाओं सहित सभी उत्पादों की जिले में बिक्री, भंडारण, वितरण और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक अशोक कुमार उपाध्याय ने इस संबंध में विभाग के संचालक को दवा की बिक्री को संपूर्ण राज्य में प्रतिबंधित करने के लिए पत्र भी लिखा है।
किसानों की शिकायत पर कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि इस कंपनी द्वारा उत्पादित फफूंदनाशक “SPUR 709′ के उपयोग के संबंध में किसानों द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है। किसानों ने बताया है कि इस दवा के प्रयोग के बाद सोयाबीन की फसल में अंकुरण के उपरांत फसल की बढ़वार नहीं हुई और अवरूद्ध विकास के कारण पूरी फसल नष्ट हो गई। जिससे किसानों को भारी आर्थिक हानि हुई है। निर्माता कंपनी को किसानों की समस्या के निराकरण के लिए कई बार संपर्क किया गया, पर कंपनी ने कोई रुचि नहीं ली। विभाग द्वारा शिकायतों के परीक्षण एवं क्षेत्रीय निरीक्षण के बाद यह दवा संदिग्ध गुणवत्ता की प्रतीत हुई है। इसके साथ ही कंपनी ने कीटनाशी अधिनियम का भी उल्लंघन किया है। इस बात को दृष्टिगत रखते हुए यह इस दवा ‘SPUR 709 को बनाने वाली कंपनी यूनिवर्सल एग्रो केमिकल इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई की गई है।
अधिकृत विक्रेताओं को दिए गए निर्देश
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक अशोक कुमार उपाध्याय द्वारा कंपनी की दवा SPUR-709 के साथ ही कंपनी द्वारा बनाए जाने वाले सभी उत्पादों की बिक्री, भंडारण, वितरण और उपयोग को जिले की सीमा में प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिले के सभी अधिकृत कृषि आदान विक्रेताओं, फर्मों, थोक एवं फुटकर व्यापारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस आदेश का कड़ाई से पालन करें।