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इस तरीके से करे गन्ने की खेती, कम समय में वजन भारी और होगा दुगुने उत्पादन से होगी पैसो की बरसात

इस तरीके से करे गन्ने की खेती, कम समय में वजन भारी और होगा दुगुने उत्पादन से होगी पैसो की बरसात गन्ना किसानों के मन में अक्सर यह सवाल होता है कि गन्ने की बुवाई कौन सी विधि से करें, जिससे कम खर्च में ज्यादा पैदावार हो सके. आम तौर पर गन्ने की बुवाई 28 इंच की दूरी पर, दोहरी लाइन ट्रेंच विधि, सिंगल लाइन ट्रेंच विधि और रिंग पिट विधि से की जाती है. लेकिन ज्यादातर किसान (परंपरागत विधि) सिर्फ 28 इंच की दूरी पर ही बुवाई कर देते हैं. आज के इस लेख में हम आपको 28 इंच बुवाई, सिंगल लाइन ट्रेंच, डबल लाइन ट्रेंच और रिंग पिट विधि की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि कौन सी विधि से गन्ने की बुवाई करने से ज्यादा पैदावार प्राप्त हो सकती है?

मोटी कमाई के लिए लगाए कद्दू की यह किस्म, होगा डबल मुनाफा

सिंगल लाइन ट्रेंच विधि

यह विधि छोटे ट्रैक्टर वाले किसानों के लिए लाभदायक है.
इस विधि में 60 इंच की दूरी पर बुवाई की जाती है और एक आंख वाले बीजों का प्रयोग किया जाता है.
सिंगल लाइन ट्रेंच गन्ने की बुवाई का वैज्ञानिक तरीका है. इसे सिर्फ यंत्रों के ही सहारे किया जा सकता है.
इसमें गहरी खाई खोदकर बुवाई की जाती है और फिर मिट्टी भी डाली जाती है.
इस विधि में गन्ने की किस्म का ज्यादा ध्यान नहीं रखना पड़ता है और गन्ने की क्वालिटी अच्छी आती है.
किसान मित्रों, इस विधि से आप बहुत अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन यह सिर्फ आधुनिक उपकरणों से ही संभव है. यदि आपके पास उपकरण नहीं है, तो इसकी देखभाल करना बहुत मुश्किल है.
अगर आप सिंगल लाइन ट्रेंच विधि से खेती करना चाहते हैं तो आपको सभी उपकरण खरीदने होंगे. तभी इस विधि से बुवाई करके अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.

डबल लाइन ट्रेंच विधि

डबल लाइन ट्रेंच विधि में दो खड्डों में बुवाई की जाती है.
इसमें कतारों के बीच की दूरी 14 से 20 इंच और लाइन से लाइन की दूरी 45 से 50 इंच के आसपास रखी जाती है.
इस विधि से गन्ने की बुवाई करने से आप काफी अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
इस गन्ने की बुवाई भी सिंगल लाइन ट्रेंच विधि की तरह ही की जाती है.
इसमें आप दो आंख वाले बीजों का भी प्रयोग कर सकते हैं.
चूंकि आप एक साथ दो खड्डों में बुवाई कर रहे हैं, इसलिए पैदावार कम होने का खतरा बहुत कम रहता है.
इस विधि में गन्ने की (bangzha – tying) आसानी से हो जाती है और आपको मिट्टी डालने की भी जरूरत नहीं पड़ती.
अगर आप ट्रेंच विधि से बुवाई करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको डबल लाइन ट्रेंच विधि से ही बुवाई करनी चाहिए.
इस विधि में भी आपको सिंगल लाइन ट्रेंच विधि वाले उपकरणों की जरूरत होती है.

28 इंच पर बुवाई

28 इंच पर बुवाई गन्ने की बुवाई का पुराना और पारंपरिक तरीका है.
इसमें 26 इंच से 30 इंच तक की दूरी पर उठी हुई क्यारियां बनाई जाती हैं और उनमें गन्ने की बुवाई की जाती है.
इस विधि में आप अपने सामान्य उपकरणों से ही बुवाई कर सकते हैं. आपको ज्यादा उपकरण खरीदने की जरूरत नहीं है.
इसकी बुवाई भी आसानी से हो जाती है.
इसमें आप दो से तीन आंख वाले बीजों का प्रयोग कर सकते हैं.
इस विधि में सिर्फ जुताई के बाद ही बुवाई करनी चाहिए.

इस तरीके से करे गन्ने की खेती, कम समय में वजन भारी और होगा दुगुने उत्पादन से होगी पैसो की बरसात

इस तरीके से करे गन्ने की खेती, कम समय में वजन भारी और होगा दुगुने उत्पादन से होगी पैसो की बरसात गन्ना किसानों के मन में अक्सर यह सवाल होता है कि गन्ने की बुवाई कौन सी विधि से करें, जिससे कम खर्च में ज्यादा पैदावार हो सके. आम तौर पर गन्ने की बुवाई 28 इंच की दूरी पर, दोहरी लाइन ट्रेंच विधि, सिंगल लाइन ट्रेंच विधि और रिंग पिट विधि से की जाती है. लेकिन ज्यादातर किसान (परंपरागत विधि) सिर्फ 28 इंच की दूरी पर ही बुवाई कर देते हैं. आज के इस लेख में हम आपको 28 इंच बुवाई, सिंगल लाइन ट्रेंच, डबल लाइन ट्रेंच और रिंग पिट विधि की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि कौन सी विधि से गन्ने की बुवाई करने से ज्यादा पैदावार प्राप्त हो सकती है?

मोटी कमाई के लिए लगाए कद्दू की यह किस्म, होगा डबल मुनाफा

सिंगल लाइन ट्रेंच विधि

यह विधि छोटे ट्रैक्टर वाले किसानों के लिए लाभदायक है.
इस विधि में 60 इंच की दूरी पर बुवाई की जाती है और एक आंख वाले बीजों का प्रयोग किया जाता है.
सिंगल लाइन ट्रेंच गन्ने की बुवाई का वैज्ञानिक तरीका है. इसे सिर्फ यंत्रों के ही सहारे किया जा सकता है.
इसमें गहरी खाई खोदकर बुवाई की जाती है और फिर मिट्टी भी डाली जाती है.
इस विधि में गन्ने की किस्म का ज्यादा ध्यान नहीं रखना पड़ता है और गन्ने की क्वालिटी अच्छी आती है.
किसान मित्रों, इस विधि से आप बहुत अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन यह सिर्फ आधुनिक उपकरणों से ही संभव है. यदि आपके पास उपकरण नहीं है, तो इसकी देखभाल करना बहुत मुश्किल है.
अगर आप सिंगल लाइन ट्रेंच विधि से खेती करना चाहते हैं तो आपको सभी उपकरण खरीदने होंगे. तभी इस विधि से बुवाई करके अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.

डबल लाइन ट्रेंच विधि

डबल लाइन ट्रेंच विधि में दो खड्डों में बुवाई की जाती है.
इसमें कतारों के बीच की दूरी 14 से 20 इंच और लाइन से लाइन की दूरी 45 से 50 इंच के आसपास रखी जाती है.
इस विधि से गन्ने की बुवाई करने से आप काफी अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
इस गन्ने की बुवाई भी सिंगल लाइन ट्रेंच विधि की तरह ही की जाती है.
इसमें आप दो आंख वाले बीजों का भी प्रयोग कर सकते हैं.
चूंकि आप एक साथ दो खड्डों में बुवाई कर रहे हैं, इसलिए पैदावार कम होने का खतरा बहुत कम रहता है.
इस विधि में गन्ने की (bangzha – tying) आसानी से हो जाती है और आपको मिट्टी डालने की भी जरूरत नहीं पड़ती.
अगर आप ट्रेंच विधि से बुवाई करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको डबल लाइन ट्रेंच विधि से ही बुवाई करनी चाहिए.
इस विधि में भी आपको सिंगल लाइन ट्रेंच विधि वाले उपकरणों की जरूरत होती है.

28 इंच पर बुवाई

28 इंच पर बुवाई गन्ने की बुवाई का पुराना और पारंपरिक तरीका है.
इसमें 26 इंच से 30 इंच तक की दूरी पर उठी हुई क्यारियां बनाई जाती हैं और उनमें गन्ने की बुवाई की जाती है.
इस विधि में आप अपने सामान्य उपकरणों से ही बुवाई कर सकते हैं. आपको ज्यादा उपकरण खरीदने की जरूरत नहीं है.
इसकी बुवाई भी आसानी से हो जाती है.
इसमें आप दो से तीन आंख वाले बीजों का प्रयोग कर सकते हैं.
इस विधि में सिर्फ जुताई के बाद ही बुवाई करनी चाहिए.

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