अब जब गेहूं की फसल कट चुकी है, तो ज्यादातर किसान धान बोने की तैयारी में हैं। लेकिन अगर आप भी पानी, खाद और समय की बचत करना चाहते हैं, तो मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी उगाने पर ज़रूर विचार करें। ये अनाज ना सिर्फ कम लागत में उगते हैं, बल्कि आपकी सेहत भी संवारते हैं।
गाय भैस छोडो छोटे से खर्च में शुरू करो सूअर का पालन बिना मेहनत आएगा हर महीने अंधाधुंध पैसा
सेहत भी मजबूत, आमदनी भी दोगुनी
मोटे अनाजों में भरपूर मात्रा में पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम होता है। ये डायबिटीज के मरीज़ों के लिए फायदेमंद हैं और कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाव करते हैं। गांव-शहर सब जगह अब लोग हेल्थ कॉन्शियस हो गए हैं, और इसी वजह से ज्वार-बाजरे की डिमांड भी खूब बढ़ी है।
खेती आसान, खर्च कम
ज्वार-बाजरा जैसी फसलें 60 से 70 दिन में तैयार हो जाती हैं। न ज्यादा पानी चाहिए, न ही ज्यादा खाद। यानी सिंचाई और देखभाल का झंझट कम। साथ ही, ये अनाज ठंड में शरीर को गर्म रखते हैं और गर्मियों में भी पचने में हल्के होते हैं।
कौन से बीज लगाएं, जिससे बढ़े मुनाफा
अगर आप अच्छी उपज चाहते हैं तो CSH 14, CSH 9, CSH 18 और CSH 5 जैसे हाइब्रिड बीजों का चुनाव करें। एक एकड़ में करीब 5 किलो बीज लगाकर 12 से 15 क्विंटल तक उपज मिल सकती है। साथ ही, इससे मिलने वाला हरा चारा भी आपके पशुओं के लिए बेहतरीन रहेगा।