भोपाल। इस समय लोग ब्लैक फंगस को लेकर भयभीत हैं, लेकिन डॉक्टरों का कहना हैं कि ब्लेक फंगस से बहुत पैनिक होने की जरूरत है। भोपाल के डॉक्टर आरके तिवारी जो राजधानी के मशहूर फिजिशियन हैं उनका कहना है कि ये रोग हर किसी को नहीं हो रहा है। ये केवल उन लोगों को हो रहा है जिनकी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। जिनको बहुत समय तक आक्सीजन या वेंटीलेटर में रखा गया है। इसके अलावा जिनको स्टेरायड दवाइयांं दी गई है। वहीं भोपाल की नेत्र रोग विशेषज्ञ विनीता रामनानानी का कहना है कि ब्लैक फंगस में सभी को डरने की जरूरत नहीं है। इसका असर उन मरीजों में अधिक देखने को मिलता है जो कि कोरोना होने से पहले किसी अन्य बीमारी से भी पीड़ित थे, खासकर मधुमेह से पीड़ित हैं। इसके अलावा जिन लोगों के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उन पर इसका असर देखा जा सकता है।
इसके लक्षणों में सिर दर्द, बुखार, जीभ में प्रभाव, आंखों में दर्द, नाक बंद या साइनस के अलावा देखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। यदि बार-बार नाक से पानी आ रहा हो या रक्त आ रहा है तो थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है। डा. मिश्रा बताते हैं कि लोग डर के मारे अस्पतालों में अधिक संख्या में पहुंचने लगे हैं। यह फंगस कोई नया फंगस नहीं है, यह सड़े फल और सड़ी सब्जियों में रहता है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह से लक्षण दिखे तो डाक्टर की सलाह जरूर लें।