पुसा 2001 अरहर की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। इसकी दाल की बाजार में डिमांड सालभर बनी रहती है, जिससे इसकी कीमत लगातार बढ़ती रहती है। यही कारण है कि किसान इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं।
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किस महीने में करें बुआई?
इस किस्म की बुआई मई-जून के महीने में करना सबसे अच्छा रहता है। इस समय तापमान और नमी दोनों अनुकूल होते हैं, जिससे बीज तेजी से अंकुरित होते हैं और पौधा स्वस्थ बढ़ता है। पुसा 2001 अरहर मध्यम अवधि की किस्म है जो लगभग 140-145 दिन में तैयार हो जाती है।
खेत की तैयारी और बुवाई का तरीका
पुसा 2001 अरहर के लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी जिसमें जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो, सबसे उपयुक्त मानी जाती है। खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और बीज को बुआई से पहले फफूंदनाशक से उपचारित करना जरूरी है। एक एकड़ खेत के लिए लगभग 10 से 15 किलो बीज की जरूरत होती है।
कितना होगा उत्पादन और कमाई?
अगर आप एक एकड़ में इसकी खेती करते हैं तो 8 से 9 क्विंटल तक अरहर की उपज मिल सकती है। इस समय बाजार में अरहर दाल की कीमत ₹150 से ₹160 प्रति किलो है। ऐसे में किसान आराम से 1 लाख से 1.5 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। यह किस्म बीमारियों के प्रति भी काफी हद तक प्रतिरोधी है।