काली मूली की खेती अपने आप में खास है और किसी संजीवनी से कम नहीं मानी जाती है. इसके फायदे तो हैं ही, साथ ही इसकी खेती करने से किसानों की किस्मत भी चमक सकती है. इसकी मांग बाजार में भी काफी बढ़ रही है. आप जानते ही हैं कि सब्जियां सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं, क्योंकि इनमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. काली मूली में भी भरपूर मात्रा में विटामिन और फाइबर पाए जाते हैं.
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काली मूली की खेती का समय
आपको बता दें कि काली मूली की खेती एक खास और अनोखी खेती है. इसकी खेती सफेद मूली की तरह ही की जाती है. दिखने में यह पूरी तरह से काली होती है और शलغم जैसी दिखती है. हालांकि, अंदर से यह सफेद ही होती है. असल में, काली मूली की खेती तो किसान सालभर कर सकते हैं, लेकिन ठंड का मौसम इसके लिए ज्यादा उपयुक्त माना जाता है. काली मूली का स्वाद भी सफेद मूली से काफी अलग होता है. इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. बता दें कि आजकल काली मूली की मांग न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी काफी ज्यादा है.
काली मूली की खेती का खर्चा और मुनाफा
अब बात करते हैं लागत और मुनाफे की. काली मूली की खेती ज्यादा खर्चीली नहीं है, जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. एक एकड़ में इसकी खेती करने में करीब 30-35 हजार रुपये तक का खर्च आता है. बता दें कि यह फसल लगभग 120 दिनों में तैयार हो जाती है. अगर आप अच्छी खेती करते हैं, तो एक एकड़ में 70 से 80 क्विंटल तक काली मूली का उत्पादन कर सकते हैं. इसकी बाजार में कीमत सफेद मूली से ज्यादा होती है. इसे 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक के भाव में बेचा जा सकता है. इससे किसानों को अच्छी कमाई हो सकती है.
काली मूली की खेती करने वाले राज्य
आप इसकी खेती करके लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं. बढ़ती मांग को देखते हुए देश के कई राज्यों में काली मूली की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है. उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के किसान काली मूली की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.