ऑर्गेनिक फल-सब्जी, ऑर्गेनिक डेयरी प्रोडक्ट के बाद देश के मीट बाजार में ऑर्गेनिक मछली लाने भी आने को तैयार है। अभी देश के उत्तार पूर्व के राज्यों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। केंद्र सरकार इस प्रयास में लगी है कि पूरे देश में ऑर्गेनिक मछली का बाजार बनाया जाए। सरकार आर्गेनिेक मछली पालकों के लिए योजना लाई है, जिसके तहत इच्छुक किसानों को ऑर्गेनिक मछली पालन करने के लिए राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक मदद करेगी। वहीं केंद्र सरकार का तकनीकी सहायता मंत्रालय भी सहयोग करेगा।
गाजियाबाद में है ऑर्गेनिक होने का प्रमाण पत्र कार्यालय
मिल रही जानकारी के अनुसार क्षेत्र के हिसाब से बने रीजनल ऑफिस खेती-किसानी हो या डेयरी, या फिर ऑर्गेनिक मछली पालन को जांच के बाद ही ऑर्गेनिक होने का प्रमाण पत्र देंगे। अगर नॉर्थ इंडिया की बात करें तो केन्द्र सरकार का ये ऑफिस गाजियाबाद में है। केन्द्र सरकार के मछली पालन मंत्रालय के मुताबिक देश के सिक्कि्म राज्य में ऑर्गेनिक मछली पालन शुरू हो चुका है।
सिक्किम में आर्गेनिक मछली पालन की हुई शुरुआत
बता दें कि राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक ने ऑर्गेनिक मछली पालन और एक्वाकल्चर क्लस्टर तैयार करने में सिक्किम के मछली पालकों की मदद कर इसकी शुरुआत कर दी है। आर्गेनिक मछली पालन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और क्षमता निर्माण के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता भी उपलब्ध करा रहा है। दूसरी तरफ मछुआरों की सहकारी समितियों और मछली पालन आधारित एफपीओ के माध्यम से ऑर्गेनिक क्लस्टर तैयार करने में भी मदद करेगा। इस पहल से एक्वाकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी में निजी निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। सिक्किम के ठंडे पानी के मछली पालन की ब्रांडिंग भी होगी, साथ ही पर्यटन को आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी। वहीं इसस स्थानीय मछुआरों और मछली पालन किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।
स्वस्थ मछली पालन सिस्टम पर जोर
ऑर्गेनिक मछली पालन के तहत हानिकारक रसायनों, एंटीबायोटिक दवाओं और कीटनाशकों के इस्तेमाल से बचते हुए स्वस्थ मछली पालन सिस्टम पर जोर दिया जा रहा है। यह कलस्टर पर आधारित होगा। आर्गेनिक मछली पालन पर्यावरणीय प्रदूषण को भी कम करने में मददगार साबित हो रहा है। पानी के सोर्स को भी नुकसान से बचाता है। ऑर्गेनिक मछली पालन ऐसे वक्त में सामने आया है जब ऑर्गेनिक प्रोडक्ट और उनकी कीमत देश ही नहीं विदेशी बाजार में भी ग्राहकों को चौंका रही हैं। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि सिक्किम में बढते हुए इस बाजार से ऑर्गेनिक मछली और मछली प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट का फायदा उठा सकता है।